विश्वामित्र नदी संवाद सूक्त
विश्वामित्र नदी संवाद सूक्त ऋग्वेद में (३।३३) पाया जाता है। इस सूक्त के ऋषि विश्वामित्र हैं तथा देवता नदियाँ (नद्यः) हैं। इस सूक्त का छन्द अनुष्टुप् और त्रिष्टुप् है।
इस सूक्त में विपाट् (विपाशा) और शुतुद्री (सतलज) नदियों का वर्णन आया है। विश्वामित्र इन नदियों के सम्मुख जा कर इन नदियों को प्रणाम करते हैं तथा इनकी स्तुति करते हैं।
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