नत्वा सरस्वतीं देवीं शुद्धां गुण्यां करोम्यहम्
नत्वा सरस्वतीं देवीं शुद्धां गुण्यां करोम्यहम्।पाणिनीयप्रवेशाय लघुसिद्धान्तकौमुदीम्॥ श्लोक का पदच्छेद नत्वा सरस्वतीं देवीं शुद्धां गुण्यां करोमि अहम्।पाणिनीयप्रवेशाय लघुसिद्धान्तकौमुदीम्॥ श्लोक का शब्दार्थ श्लोक का अन्वय अहं (वरदराजः) सरस्वतीं देवीं नत्वा शुद्धां गुण्यां लघुसिद्धान्तकौमुदीं पाणिनीयप्रवेशाय करोमि। श्लोक का हिन्दी अनुवाद मैं (वरदराज)…