साहित्य
संस्कृत काव्यशास्त्र
काव्य शास्त्र में हम संस्कृत साहित्य से संबंधित कार्य का अभ्यास करेंगे। काव्य की परिभाषा वैसे सामान्य व्यवहार में देखा जाए,काव्य का अर्थ बहुत सारे लोग केवल कविता इतना ही लेते हैं। परंतु शास्त्र के अनुसार ऐसा नहीं है। यूं…
संस्कृत नाटक
नाकक की उत्पत्ति के विभिन्न मत ऋग्वेद के संवाद सूक्तों में नाटक के तत्त्व मिलते हैं। रामायण में भी नाटक के अस्तित्व के प्रमाण मिलते हैं। जैसे कि – नाराजके जनपदे प्रहृष्टनटनर्तका:। उत्सवाश्च समाजाश्च वर्धन्ते राष्ट्रवर्धना:॥ १५॥– इति अयोध्या॰ वाल्मीकि॰…
संस्कृत महाकाव्य
महाकाव्य के लक्षण दण्डी के अनुसार महाकाव्य के लक्षण – महाकाव्य में सर्ग होने चाहिए। आरम्भ में आशीर्वाद, वंदना अथवा किसी वस्तु का वर्णन होना चाहिए। महाकाव्य का फल धर्म, अर्थ, काम तथा मोक्ष इन चारों की प्राप्ति में निहित…